रुखसत-ए-यार ने दीवाना बना दिया आंखों से झलकते आशको ने पैमाना बना दिया सबकी तरह चाहा जन्नत बनाना अपने घर को उसकि याद में पिके शारब मैखाना बना दिया ©Arsh Rokfamily #PerfectCity