खम्बखा उलझ के रह गये तेरी ज़ुल्फ़ों की छाव में, हम तोह खुश ही थे अपने छोटे से गाँव में। अब तो बस सवाल ही रहते हैं सुबह शाम में, आखिर क्या होगा हस्र इस इश्क़ का? या फिर यूँही गुज़र जाऊंगा बस इंतेज़ार में।। °° Mulahiza farmayiyega बदल चुका हूँ कुछ इस तरह उनकी उल्फ़त की चाह में, बन्न गया हूं कहानी का वो सारांश, जिसे छोड़कर वो दाम सहित पूरी कहानी पढ़ डालेंगे।। पर सारांश पर कभी नज़र नही डालेंगे।। When you realise that except you everyone has their precious value in someone's life. And the fact is people read whole novel but never go for the summary. Even they see price atleast once. But summary? 😂😂 #book #bookshelf #novel #love #गाँव #खुशी #nojoto #cloudy #summary #writer #writerschoice #modernpoet #zeher_shayari #openpoetry #dosti #terimerikahani