फिर भी...... तुम नहीं हो वो राजकुमार, जिसके सपने, मैंने अपने लड़कपन में देखे थे। तुम्हारी बातों में वो जादू भी नहीं, कि मैं अपनी सुध-बुध गवा बैठूं। ना ही तुम्हारी जेब में इतने पैसे हैं,