ए जिन्दगी शिकायतें तो मुझे भी थी, तुझसे बहुत ! ,क्योंकि तूने- मुझे भी कम नहीं रुलाया है मगर हर बुरे वक़्त में , मैंने कुछ पल सब्र करके देखा है और उन सभी बुरे वक़्त को, तूने मेरे लिए सबसे बेहतर- वक़्त बनाया है । ए जिन्दगी शिकायतें तो मुझे भी थी, तुझसे बहुत ! ,क्योंकि तूने- मुझे भी कम नहीं रुलाया है मगर हर बुरे वक़्त में , मैंने कुछ पल सब्र करके देखा है और उन सभी बुरे वक़्त को, तूने मेरे लिए सबसे बेहतर-