ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय हे भोल भंडारी, नाथ हमारे नर आधे और नारी, अर्धनारीश्वर प्यारे जगत पालन हारी, तुम्हारी जय हो जग को संकट से उबारो सब की नैया पार उतारो सब के दुखों को बुहरो सुख के ढेर को ढारो हे शंकर अविनाशी, तुम्हारी जय हो ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय। हे अवाघड़ दानी जिसके गले की शोभा रूद्राक्ष और नागों के राजा नागराज कानों में कुण्डल, कैलाश के वाशी जटा में तुमने गंगाधारी गला में तुम्हरे सांप निहारी हे त्रिशूल धारी, डमरू वादी कमंडल धारी, आनंदी सवारी आत्मचिंतन वारी, तुम्हे राख है प्यारी हे त्रिनेत्र भोले शंकर, तुम्हे भांग है अर्पण हे कैलाशपति, तुम्हारी जय हो ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय। तुम हो भोलेे, हे भोले हे भोले शंकर जग भोला तुम बनाओ कपट से दूर भगाओ सबको प्यार ही प्यार सिखाओ जग को न्यारा तुम बनाओ ऐसी शक्ति तुम बरसाओ हे जगतपति, हे त्रयदृष्टि पति जग में कृपा, तुम बरसाओ हे गौरीपति, त्रिशूलधारी, आदिपती जय हो, तुम्हारी जय हो ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय। #ॐ #नमः #शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय हे #भोल #भंडारी, #नाथ हमारे #नर आधे और #नारी, #अर्धनारीश्वर प्यारे #जगत #पालन हारी, तुम्हारी #जय हो #जग को #संकट से उबारो सब की #नैया पार उतारो सब के #दुखों को बुहरो #सुख के #ढेर को ढारो