।। लज्जा शर्म हया।। इश्क़ हुआ है जब से तुमसे तुझमें घुलते जा रहे हँसते है, रोते हैं कभी थोड़ा तुम्हें सताते हैं फिर ख़ुद ही ख़ुद को सोचकर, शर्म से नैन झुकाते है और झुके नैन यह मेरे मुझे तेरे करीब और लाते हैं हरी साड़ी का लहराता पल्लू जब जब छूता तेरे चेहरे को हया बढ़ती जा रही, निखरती जाती है..! #rzpicprompt1279 #yqrestzone #restzone #collabwithrestzone #yqrz #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone