न कर तू ख्वाहिश कोई ऐसा जो न हो पूरा और दिल रोए ये दुनिया जा़लिम है मेरे यारों नमक मल-मल के हंसती है ज़ख्म ताज़ा या कैसा भी होए ©Qamar Abbas #LightTrails