लिखते लिखते किस्से तुम्हारे हम महफिलों में महशूर हो गए, हमने भी चखा है मोहब्बत का स्वाद इस जूठ को लिए मगरूर हो गए, तुम्हारे किस्सों से मिली है जो इज्ज़त हमें हर शहर में इतनी सी इज्ज़त तुम दे देते तो हम आज यूं सरेआम ना होते ... #nojoto #love #life #hindipoems #rooh_ke_raahi