Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब उसे करनी होती है, वाह-वाह हमारी नज़्म पर........

जब उसे करनी होती है,
वाह-वाह हमारी नज़्म पर........
तो वो हमको ये सब बस,
इशारों में बयां करता है...........
अजीब ही है कमबख़्त,
वो हमारा महबूब भी यारों.........
सरेआम हमसे न जाने क्यों,
इज़हार करने से डरता है..........

©Poet Maddy जब उसे करनी होती है,
वाह-वाह हमारी नज़्म पर........
#Wow#Poetry#Express#Gesture#Strange#Lover#Publicly#Afraid........
जब उसे करनी होती है,
वाह-वाह हमारी नज़्म पर........
तो वो हमको ये सब बस,
इशारों में बयां करता है...........
अजीब ही है कमबख़्त,
वो हमारा महबूब भी यारों.........
सरेआम हमसे न जाने क्यों,
इज़हार करने से डरता है..........

©Poet Maddy जब उसे करनी होती है,
वाह-वाह हमारी नज़्म पर........
#Wow#Poetry#Express#Gesture#Strange#Lover#Publicly#Afraid........
manishsaini7413

Poet Maddy

New Creator