बीस दिन की दोस्ती बीस बरस समान थी, गैरो में अपनों की यही एक पहचान थी, इतने सितम्बगर क्यु हो गए वो हमसे, दर्द देकर जुदा क्यु वो हो गए हमसे... दर्द बीस दिन की दोस्ती बीस बरस समान थी, गैरो में अपनों की यही एक पहचान थी, इतने सितम्बगर क्यु हो गए वो हमसे, दर्द देकर जुदा क्यु वो हो गए हमसे... #amit_aishi13