Let's pray for Afghanistan. ग़जल क्रूरता की सारी हदें फिर पार हो गयी इंसानियत पर हैवानियत सवार हो गयी क्या खूब थी सख्सियत अफ़ग़ान की फिर तालिबान क्यूँ सरकार हो गयी इल्म क्या उनको नहीं कुछ भी रहा आज मासूमियत दरकिनार हो गयी बेखौफ़ मंजर हो गया उस मुल्क में बेकर्ज थी आलम कर्जदार हो गयी तान पर बान चढ़ मृदंग करने लगा इंसानियत थी मगर बेकार हो गयी लोग देखें हैं सभी हैवानियत का समर बादशाहों की नज़र अंधियार हो गयी होकर तमाशबी हस रहे हैं लोग सारे राजनीति सख्सियत लाचार हो गयी क्या कहे ज्योति कौन है किसके लिए ताकतवरों की ताकतें शर्मसार हो गयी ©Jyoti Prakash Rai लाचार अफ़ग़ान #Afghanistan #AzaadKalakaar #fourlinepoetry #AugustCreator #aajtaknews #Hindi #ddnational #nojato #Love Shristi Yadav Deepu gudiya Pallavi Srivastava Er.ABHISHEK SHUKLA