"याद आ रहा है बहुत वो मां के हाथ का खाना, वो घर का एहसास और वो चिड़ियों का गाना. वो बेफिक्री वो नादानी वो मेरी गलतियों का ज़माना, बहुत सता रहा है आज फिर घर से दूर हो जाना. अब जगना रात भर और उठना सूरज चढ़ने तक, वो खुद के लिए अब पूरी तरह से लापरवाह हो जाना, याद आ रहा है वो आज घर का घर सा ज़माना.. सुबह की वो डाँट शाम में जल्दी घर पहुंच जाना, वो परवाह उनकी और वो ख्यालों का ज़माना.. बहुत सता आ रहा है आज घर से दूर हो जाना. बहुत सता रहा है आज घर से दूर हो जाना..!!" #Er_Naval 😒😒😔 #NojotoQuote