जरूरत होती है अक्सर विपरित परिस्तिथियों में ही, अपनों को समझने की जरूरत होती है!! कठिन परिस्तिथियों में, रिश्तों की डोर को, शिकायतों की सीमा लाँघकर, उत्तार - चढ़ाव से सम्भाले रखने की, जरूरत होती है!! आज के क्रोध से बचाकर, पूर्व के आदर-मान, प्रेम को याद कर, आनेवाले समय में, सम्पूर्ण परिवार की उस सुन्दर छवि को, पूरा करने की, जरूरत होती है!! अपने अपनों की खुशियों से बढ़कर, कोई मनुहार बड़ी हो नहीं सकती, अपनों के बीच कभी मनुहार होती नहीं, लिहाजा मनुहार की बेड़ियों से आज़ाद होकर, असली खुशियों को चुननें की भी , जरूरत होती है!! #Nojoto #जरूरतहोतीहै #अपने #रिश्ते #aslikhushi komal jain