सबका जीवन हैं स्वांग पर अपना तो बस भभूत भांग पर बातें तो हम दुनियाँ की करते लड़ जाते खेल ताश पर फ़क़्र हमे रहता हैं हरदम साथ मेरे शिव अविनाशी हैं ,हम अल्हड़ राजा बनारसी हैं , रंगीन राजा हम कशी के भभूत जमाते अविनाशी के जयशंकर के कंकाल हैं हम मोहल्ला अस्सी काशी के नीरज की पाती ले चलते हम तुलसीदास सन्यासी हैं ,हम अल्हड़ राजा बनारसी हैं , संस्कृति बसती रगों में अपनी हम युगों युगों के इतिहासी हैं गुण ज्ञान के प्रहरी हम विद्यापीठ हम काशी हैं हम बुद्धा के सारनाथ तुलसी के घाट अस्सी हैं ,हम अल्हड़ राजा बनारसी हैं , तकनीक सीखे हम बी एच यु से सम्पूर्णानन्द वेद पुराण बताये बिरजू थिरके थापों पे यहाँ बिस्मिल्ला शहनाई पे गायें दुर्गा कुंड , मानस मंदिर और शिव घट घट वासी हैं ,हम अल्हड़ राजा बनारसी हैं , ©️किसलय कृष्णवंशी"निश्छल"