खेद है ! बहुत खेद है ! क्या खेद है यह अनुशीर्षक में पढ़िए। #खेद #कोरोनाकाल #वर्तमानपरिदृश्य खेद है पतीले से उबलकर दूध के उफनने का, खेद है सेल के दाम पर छांटी हुई ड्रेस न मिलने का, खेद है पसंदीदा टीवी सीरियल छूट जाने का, खेद है दो मिनट से ट्रेन के चूक जाने का, खेद है रोज वही साग-रोटी खाने का, खेद है ब्लॉकबस्टर मूवी बड़े पर्दे पर न देख पाने का,