#yudhaurshanti शांति की तालाश में ये युद्ध हो रहा है , इस युद्ध से जीवन का शांति जा रहा है l जो दीया जलाया रोशनी को पाने को , आग बना तो कोई घर कहाँ बच पा रहा है l पड़ोसी का घर जलाने को कोई, अपने घर को कहाँ जलता है l है दोनो तरफ रोटी की भूख , लहलहाते फसल को कौन जलता है l जब तलक हो सके युद्ध से दुरी बनाना , बारूद का धुआं भूख कहाँ मिटा पाता है l वर्षो की मेहनत को युद्ध , मिनटो में दाव पर लगता है l शांति की तालाश में ये युद्ध हो रहा है , इस युद्ध से का जीवन शांति जा रहा है l ©मुखौटा a hidden feelings #SunSet