हम पानी हैं,रास्ते पत्थरों से लड़ कर बनाए होंगें हम वो बीज हैं जो ख़ुद ब ख़ुद उग आए होंगे महज़ पेट की फिक्र ने ही शहर नहीं छुड़ाया कुछ मसअले मोहब्बत के भी निकल आए होंगे अब वो सब मिलके हमें तोहमतें दिया करते हैं, वो लोग,जिन्होंने दिल हमारे पत्थर बनाए होंगे उनसे जुदा होके यकीनन हम खुश नहीं हैं पर हमें छोड कर यार भी तो पछताए होंगें बेशक उन्होंने मुझे कोई सदा नहीं दी होगी, पर ये तो मुमक़िन है वो मेरी गली तक आए होंगे हम वो बीज हैं जो ख़ुद ब ख़ुद उग आए होंगे किसी अपने को जरूर भेजें #motivation #inspiration #madhavawana #shayari #shayri #hindipoetry