हसरत जहाँ सस्ती थी तिलिस्मी गृहस्थी थी रंगीन दुनिया रचती थी वस्विकता से पड़ा पाला उजड़ा चमन सुन्हेला रंग हुए काफ़ूर ख्वाब हो गए चकनाचूर ख़्वाबों की इक बस्ती थी, जिसमें अपनी हस्ती थी... #ख़्वाबोंकीबस्ती #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi