Nojoto: Largest Storytelling Platform

ऊँचे मकानों से है दरख़्वास्त मेरी, चाहे छीन लो आती

ऊँचे मकानों से है दरख़्वास्त मेरी,
चाहे छीन लो आती कटी पतंग मेरी,
न छीनना कभी चाँद की चांदनी मेरी,
न छीनना कभी सूरज की रौशनी मेरी...

Pradeep Kalra - 30/08/19

ऊँचे मकानों से है दरख़्वास्त मेरी, चाहे छीन लो आती कटी पतंग मेरी, न छीनना कभी चाँद की चांदनी मेरी, न छीनना कभी सूरज की रौशनी मेरी... Pradeep Kalra - 30/08/19 #शायरी

45 Views