"पहचानने की कोशिश में खुद को मैं भूल चला, साथ लम्हों का था पर असर सदियों तक चला, कैसे कह दें कि बदल चुके हैं हम खुद को, दर्द तब भी था अब भी है जो ये दिल ले के चला, मशहूर होने की फ़ितरत, तो न थी कभी मेरी यूँ, जैसे उनके इल्ज़ामो में मेरा नाम दूर तक चला. छोड़ना चाहते हैं ये एक छोटा सा जहां जो मेरा है, पर ख्वाहिशों पर बस कभी चाह कर भी मेरा न चला.." #Er_Naval #NojotoQuote #naval_poetry