ऊंचे मकानों में तो लोग रहते है रूहे इश्क तुझ में फरिश्ते रहते है। जहां सुकून की नींद खुदाई बक्शिसी मिलती है। नमस्कार लेखकों🌺 Collab करें हमारे इस #RzPoWriMoH1 के साथ और "मकान" पर कविता लिखें। (मूल कविता कैफ़ी आज़मी द्वारा) • समय सीमा : 24 घंटे • कैपशन में संक्षिप्त विस्तारण करने की अनुमति है।