ऐसा नहीं था "हिमांश" कि ज़िन्दगी मुस्कुरा रही थी, वो शायद कुछ पल ठहर कर मुझको समझा रही थी कुछ ऐसा भी था जो वो मुझे इशारों से दिखा रही थी, मगर कुछ समझ ही थी मेरी कम जो बार-बार बता रही थी जब देखा पलट-पलट कर हर तरफ़ से चारों ओर, तो यह दिखा की वो अब भी मुझको बस आगे बढ़ा रही थी॥ "हिमांश" ऐसा कुछ भी नहीं था कि ज़िन्दगी मुस्कुरा रही थी... (अनन्त का सफ़र) #EscapeEvening #अनन्त_का_सफ़र #हिमान्शु_तोमर