यह अश्रु-ए-आबशार क्यों बह रहा, क्या गम हैं जो दिल सहा ना सका, क्यों बेरूखी तुझे मंजूर नहीं उसकी, गर मोहब्बत नहीं हैं तो, क्यों हैं परवाह, गर खास हैं वो, तेरे लिए तो कर इज़हार, कोई नहीं है वो तेरा तो क्यों हैं यह तड़प, आखिर क्यों बेकरारी का आलम, दिल से क्यों निकलती है आह!....... ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "आबशार" "aabshaar" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है झरना एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है waterfall. अब तक आप अपनी रचनाओं में झरना शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द आबशार का प्रयोग कर सकते हैं। ♥️ उदाहरण - न आबशार न सहरा लगा सके क़ीमत क़ीमतहम अपनी प्यास को ले कर दहन में लौट आए