इश्क किया था बेवजह बेवजह ही की रहनुमाई रहनुमाई रास न आई आई तो बस बेवफ़ाई बेवफ़ाई हमने किया किया तो हुए बदनाम बदनाम होके सुकून मिला मिला तो हुए कुर्बान कुर्बान तुझपे मेरी हर एक साँस साँस की क्या औकात औकात में रह कर तु ना मिला तन्हा तन्हा मिला तो बस इल्ज़ाम ! Thıs A Loop Poetry Iŋ Whıch Last Word Of The Fırst Lıŋe Has To Be The Fırst World Of The Succedıŋg Lıŋe. Ishq Kıya Tha Bewajah Bewajah Hı Kı Rehŋuɱayı Rehŋuɱayı Raas Na Aayı Aayı To Bas Bewafayı Bewafayı Huɱŋe Kıya Kıya To Hue Badŋaaɱ