याद आया कोई मुझे बच्चपन का खिलौना देख कर टूटा था दिल कई दफ़ा, जुड़ा फिर नया खिलौना देख कर वो बच्चा कहीं गुम हो गया मुझ में ही कहीं शोर-ए-रुसवाई-ए-दिल और दुनिया की भीड़ देख कर शोर-ए-रुसवाई-ए-दिल- Sound of humiliation of heart 🌝प्रतियोगिता-80 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"याद आया कोई मुझे..."🌹