Dear Dad मेरे प्यारे पापा_ जब पॉलीटेक्निक छोड़ा तो दादा(बाबू) ने एक दम निकम्मा समझा, पर आपने मुझे एक मौका देना अपना जिम्मा समझा, जितनी भी मुझमें तेजी है वो आपकी देन है, तेजी क्या मैं ख़ुद ही आपकी देन हूं, कोशिश नहीं की कभी आपसे खुलने की, पर हमेशा कोशिश रही कि आपने जो सिखाया उसे ना भूलने की, आपका आभार है, जो कुछ भी लिख रहा हूं उसके आप आधार है, आपने मुझे बहुत कुछ सिखाया, जिसे मैंने लिखकर लोगों को दिखाया, आपसे ही मैंने सीखा है जो काम शुरू करो उसे अंज़ाम तक लेे जाओ, आपने ही सिखाया है जिंदगी में बेईमानी का पैसा कभी मत खाओ, आपको भी मुझ पर एक दिन नाच होगा, जिस दिन मेरे सर पर सफतला रूपी ताज होगा। Love u Dad very much❤️❤️❤️ #myfather_myking #FathersDay