दर्द भी तुम दवा भी तुम, मेरे जीने की वज़ह भी तुम, आखों से बहता पानी, और लबों की हंसी भी तुम, दिन का सकुन, और रात की बेचैनी तुम, मेरी मोहब्बत की कहानी का पहला लफ्ज़, और मेरी आखिरी खवहिश भी तुम। ♥️ Challenge-901 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।