मांगी थी एक मन्नत हमनें उस रब्ब से, कि देना हमें एक ऐसा दोस्त जो प्यारा हो सबसे, तब मिलाकर तुमसे रब्ब ने हमें कहा, आज से है ये दोस्त तुम्हारा ख़ास सबसे