निगाहें उनके दीदार को तरसती है निगाहें, मोहल्ले में हर वक्त उन्हें ढूंढती है निगाहें, जब उनकी निगाहों से मिलती है यह निगाहें न जाने क्यों खुद हि झुक जाती है यें ...निगाहें। ©khata ho gayi #love #faalinlove #WForWriters