"चिन्तनीय" पहले "हिन्दी" का जमाना था साहिब, लोग #गले लगाया करते थे। (बराबरी, दुःख सुख प्रकट करने के लिए) अब "अंग्रेजी" का जमाना है साहिब, लोग #लेग लगाया करते हैं।। (नीचा दिखाने, संकट में डालने के लिए) #कुशवाहाजी "#चिन्तनीय" पहले "#हिन्दी" का जमाना था साहिब, लोग #गले लगाया करते थे। (बराबरी, दुःख सुख प्रकट करने के लिए) अब "#अंग्रेजी" का जमाना है साहिब, लोग #लेग लगाया करते हैं।। (नीचा दिखाने, संकट में डालने के लिए)