सवाल उठे कहीं बार की है क्या ये प्यार? उसकी मुस्कुाहटों में खुद मुस्कुराना या उसकी मुस्कुराहट की वजह बन जाना ख्वाबों को उसके मुकम्मल कर जाना या अपने ख्वाबों को उसके साथ सजाना पहले उसके इंतजार में आंखे बिछाना और फिर आते देख उससे नज़रे चुराना सवाल उठे कहीं बार की है क्या ये प्यार? उसकी खुशियों के खातिर सब कुछ कर जाना या किसी और के साथ उसे देख जल जाना उसका हाथ थाम कर चलने की ख्वाहिश रखना या हाथों को उसके किसी और के हाथ में दे जाना उसे पाने की तलब में मन्नतों की बौछार लगाना या उसके खातिर उससे हमेशा के लिए बिछड़ जाना सवाल उठे कहीं बार की क्या है ये प्यार? ©Bhoomi #writer #doalfaaz #alfaaz #poem #Love #wordporn #writeaway #kyahaipyar #Pyar