बाधाएं आती हैं तो आये ना आने से किसने रोका है संघर्षों से जो घबराया है क्या कुछ उसके दामन में आया है जो गिरा नहीं वो उठा भी नहीं जो ज़िंदा है किसने कह दिया कि वो कभी मरा नहीं तकियों के नीचे नींद दफन कर नहाया है जो पसीनों से वो भला कहाँ बारिशों को देख कर रुक पाया है बाधाएं आती है तो आये ना आने से किसने रोका है मौत का डर जो पाल बैठे हैं उन्हें क्या पता ज़िंदगी कुछ भी नहीं बस नजरो का धोखा है जिसने भी ये रहस्य जान लिया उसने ही यहाँ कुछ काम किया दुनिया ने उसका नाम लिया गान किया ,गुणगान किया जो डरा नहीं, वो मरा ही नहीं और मर कर भी जिंदा ही रहा बाधाएं आती हैं तो आये ना