हर तरफ धुआं ही धुआं हैं,देख के इसे डर रहा हूं मैं ।। अपने वतन के सीने पे इतने सारे कफ़न, देख के सिहर रहा हूं मैं ।। कुछ ऐसा कर भगवान, अब कोई ना हो परेशान, कुछ गलत किया जो हमने अब सजा भी दोगे कितने, हम हाथ जोड़ के कब से अब आस लगाए बैठे हैं, कोई रो ना रहा हो घर पे ये उम्मीद सजाए बैठे हैं ।। अब बहुत हुआ अब रहने दो,उन रंगों को उन सपनों को, उन खुशियों वाले चेहरे को,अब फिर से तुम तो सजने दो ।। हाँ दुआ हमारी तुम से अब आंसू अच्छे लगते नहीं, अब दिल जोड़ से हसना चाहता हैं, बंधन तोड़ के इसको हसने दो ।। अब रात ये काली ना करना,अब डर में हमको ना रहना ।। अब बस भी करो भगवान,अब और ना करो परेशान ।। बस खत्म करो ये इम्तहान ।। बस खत्म करो ये इम्तहान ।। ©MAITHILBABU मेरे इश्क़ से पहले तू हैं #वतन #covidindia #IndiaFightsCorona #lockdown #Messageoftheday #Poetry #MAITHILBABU #Watan #India