मेरी मुस्कुराहट के पिछे एक दर्द भरी दुनिया छुपी है..... तुम जो ना देखो तो तुम्हारी बेरुखी है....... कभी वक्त मिले तो कुछ पल गुजारना कुछ केहना मत बस कुछ पल पास बैठ जाना....... कुछ कदम बस मेरे साथ मेरे होकर चलना...... फिर मै अपने रास्ते और तुम अपने रास्ते चले जाना....... ©aditi shahi तो क्या हुआ जुदा हुए.... मगर है खुशी मिले तो थे.... तो क्या हुआ मुड़े रास्ते... कुछ दूर संग चले तो थे.... दोबारा मिलेंगे किसी मोड़ पे... जो बाकी है वो बात होगी कभी... चलो आज चलते हैं हम..... #poem✍🧡🧡💛