हज़ार ख़्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं, हज़ार ख्वाहिशों का बोझ लिए चलते है,,मेरे पिता के कदम ऊंची सोच लिए चलते है. कैसे तोड़ू विस्वास उनका एक मोहब्बत के लिए,,वो ज़माने में एक सम्मान लिए चलते हैं. #2liner#2linner #nojotonews #nojotohindi #hindishayari#punjabishayari #urdushayari these lines for boys,girls सम्मान✍️ kaur B 😊😊