ये सांसें ये धड़कन ये मेरी जिंदगी कहती है एक किस्सा मेरे आपके मोहब्बत का ये फसलों की दीवारों में कही छुपी हुई राज अफसानों के अंजुमन में कुछ बिखरी यादें कहकाशाओं के हसीन मुनाजिर कभी समाया एक वादों में बिसरी हुई सी गुलशन ख्वाब के गुफ्तगू में दिल कहता है तुम बिन जिया जाए कैसे ,,,, ©Rahil Azam #राहिल आज़म ।।