प्रेम की मर्यादा था मुमकिन फिर भी ना किया कभी वो काम। प्रेम की मर्यादा कोई समझे तुझसे हे राम। राम संग रही जानकी, जानकी संग श्री राम। तुम्हारी पहली झलक में समझ पाई क्यों बालपन से ही मिली मुझे रुसवाई तुम्हें देखा और रूह तृप्त सी हो गई अचानक मीरा से यूं मैं सीता बन आई #youcompletedme #blessedtohaveyou #radhe_ke_krishna #sitaramlove #YourQuoteAndMine Collaborating with दीपिका होशियारपुरी