क्यौं समझा देते हैं ,,लोग बच्चो जैसे मुझे?????? मुझे जीना है हर इक पल .... हर पल ऐंसे जीना है, जैसे कोई फिल्म चल रही हो..... माना हर इक ख्वाहिश पूरी नही हौ सकती ,, पर जो है उसे तौ बेफिक्र होके जी सकती हूं.. पता नहीं क्यौ लौग बच्ची ही समझते हैं , मुझे.... मैं ज़िन्दगी ऐसे जीना चाहती हूं.....कि परदा गिरने के बाद भी .....तालियो कि गढगढाहट कम नही होनी चाहिए.... // ©Nehu Dee.kalam #sb#bole#Kya#bandi#thi#yaar