अब प्रीत, मुहब्बत कुछ ना रही, दरमियाँ यक़ीनन उन दोनों में कोई तो बात हुई होगी। यूँ ही तो ये आँखें नम नहीं होती, "नज़ीर " हाँ! उस दिन, बिन मौसम बरसात हुई होगी। ✍️ शिवानी पाराशर "नज़ीर" #youneverunderstand #emptyspace #deeppain #love.