जग झूठा..झूठे लोग अपार है.. यह मानव जीवन सारा मझधार.. श्रीराम देना शक्ति मेरी भक्ति को.. तेरी भक्ति ही जीवन आधार है..। ------- जीत हार की..चिंता बेकार है.. हर खेल का तू ही सूत्रधार है.. श्रीराम देना शक्ति मेरी बुद्धि को.. तेरी भक्ति ही जीवन आधार है..। ------- किस्मत के उलझे..सारे विचार है.. तू पुरुषोत्तम..बड़ा कलाकार है.. श्रीराम देना शक्ति..मेरी किस्मत को.. तेरी भक्ति ही जीवन आधार है..। ------- श्री राम की महिमा अपरंपार है.. राम नाम से ही सुखी संसार है.. श्रीराम देना शक्ति मेरी करनी को.. तेरी भक्ति ही जीवन आधार है..। ------- कवि आनंद दाधीच । बेंगलूरु। भारत। ©Anand Dadhich #भक्तिगीत #रामपरभजन #kaviananddadhich #poetananddadhich #hindipoems #Ram_Navmi