" है एक सपना इन सहमी सी निगाहों में " बेचैन है ये दिल मेरा तुम्हारा दीदार करने, ये पलकें भी इंतज़ार कर रही उस पल की तलाश में होगा कितना हसीन वो आलम, जब हाथ तुम्हारा होगा मेरे हाथ में, सिमट सी जाएगी मेरी दुनिया, चंद लम्हो की उस मुलाकात में, पता मुझे भी है कि तू भी तड़प रहा, उन लम्हो की नुमाइश में, ए वक्त! कर तू भी हमारी मदद, जरा जल्दी चल लेकर हमें उस राह में, धड़कनों को दे जा सुकून, जो है बरसो से इसकी ख्वाहिश में, सम्हाल लेना तुम मुझे अगर आंसू बह जाये इस खुशी में, भूल जाउंगी मैं ये दुनिया, तेरे प्यार की उस मुस्कराहट में, अब "यही है सपना इन सहमी सी निगाहों में" " है एक सपना सहमी सी निगाहों में " बेचैन है ये दिल मेरा तुम्हारा दीदार करने, ये पलकें भी इंतज़ार कर रही उस पल की तलाश में होगा कितना हसीन वो आलम, जब हाथ तुम्हारा होगा मेरे हाथ में, सिमट सी जाएगी मेरी दुनिया, चंद लम्हो की उस मुलाकात में, पता मुझे भी है कि तू भी तड़प रहा, उन लम्हो की नुमाइश में, ए वक्त!