तेरे दिल-ए-तख्त पर ताे ,मैं हीं आरूढ़ रहूँगीं जाे काेशिश भी की सत्तापलट कि ताे बारूद बनूंगी तेरी खुशियाें संग, तेरे सारे गम पर ,सिर्फ मेरा हक है तु खडूस है,या फिर कंजूस है, फिर भी इश्क मेरा ,तु हीं बेशक है नयनन में बसी बस ,तेरी छबी और दिल में बसा तेरा प्यार बस, तेरे दाे मीठे बाेल मैं चाहूँ ना माँगू टीका ,चंन्द्रहार रब के दरबार में बस तेरी अरदास है और कुछ भी ना मैं ताेसे चाहू ओ मेरे सरकार ताज-तख्त #आरज़ू #मीठीबातें #अरदास #सरकार #yqbaba #yqdidi #yqdada #