जब कुछ पूरानी यादें ठंडी हवा सी गालों को छु के गुजराती है उस वक़्त आँखों के मोती कपकपाती साँसे अनसुनी धड़कने ऐसे महफिले सजा लेती है जैसे आज खुशियों की बारात आई हो और हर तरफ चकाचौंध बातें वो बिछड़ी मुलाकातें कह रही है की आओ मेरी बाहें थाम लो न जाओ आज इस सेहरा से जी लेने दो इस पल को कुछ देर और बस कुछ देर और इस बार और ।। #यादें #रुकजाओ #प्यार #इश्क़ #nammy27