- प्यार - कच्चे माकन में मैले से बर्तन में छत से टपकती हुई बूंदों की आवाज उन बच्चों के कानों में पड़ रही थी जो यूं टपकती छत के निचे बैठे खाना खा रहे थे, यूं रोटियां तो कम थीं पर प्यार उनमें उससे कहीं ज्यादा, यूं कभी रोटियों की कमी पड़ती तो एक का निवाला दूसरे का निवाला बन जाता था और वो सूखा हुआ पेड़ प्यार से हरा-भरा हो जाता था मिट्टी के खिलौनों से खेलते और अगर यूं खिलौना टूट जाता तो दूसरा उसका खुद खिलौना बन जाता आईना नहीं था घर में लेकिन फिर भी एक दूसरे का मुँह देखकर अपना चेहरा सजा रहे थे थोड़े अशिक्षित थे लेकिन अपनों से बड़ो के संस्कार अपना रहे थे बारिश में बेघरों को अपने टूटे हुए घर में बुला रहे थे और यूं बिना किसी खुवईश के प्यार से अपना घर चला रहे थे - DEVANSH RAJPOOT 🥀 #khubsuratalfaz #follow #pyar #love #poet #writer #storyteller