व्यतीत किया जब खुद के संग वर्ष इक्कीस, मन किया आए कोई साथ जो हो सब पर बीस । समाज़ के हर हकीकत पर बेबाक हो उसकी राय, इन्सानियत की वास्तविकता से हो उसका परिचय। जग में पल-२ उसके ही चर्चे लोगों में हो, साथ आलोचक की भी लम्बी कतार हो । दुनिया देखे चाहे उसे नफ़रत से वक्त-बेवक्त, पर उसमें किसी के लिए कोई भी क्लेश न हो । अचानक ही मिली एक दोस्त साहित्य जग से, मिलती हैं मेरी सारी सोची बातें उस अनुष्का से । मैं क्या लिखूँ इस नायाब सोच के अधीन परी पर, प्रेरणा ले इससे बस अग्रसर हूँ अपने जीवन पर । हर सीख में जिसकी तथ्यपूरक बातें जहाँ शुमार है सत्य बोलने की एक अदम्य साहस जिसके संग है नदी की प्रगतिशील धारा-सी जिसका मन है, वो अनुष्का समाज़ की एक अवर्णवीय अमानत है । अनुष्का : एक हकीकत #Poetry #Nojoto #NojotoHindi #Bestfriend