यूंही देखता रहूं तस्वीर को तेरे, की जरा निकल कर पास तो आ। रख चेहरे को कांधे पर मेरे, की जरा संवार लूं जुल्फों को आ। सादगी सा मासूम सा चेहरा, दे रहा हूं मैं जो पहरा। जहरीली मृगनैनी निगाहें, मदहोश किए जाएं ये गहरा। लगा कर सीने से तुझे को, कश्मकश से दुलारू आ। ©Varun Mahera #mayuri #Nojoto