अरे कम्बखत!!! तू क्यो रोता है अरे कम्बखत!! तू क्यों रोता है वो तो खुश है गैरो के संग घर बसा के उसे तो तेरी याद तब आयेगी जब उसे भी कोई छोड़ जायेगा "अपना" बता के