शम्मा-ए-इश्क जलाया था, किसी ने ज़िंदगी में मेरे, पर उजाले कभी नसीब ना हुये, ज़िंदगी को मेरे।। Incomplete #yqbaba #yqdidi #mohabbatkibaatein #शम्मा-ए-इश्क