कुछ ख्वाब के धागे कर रहा हूँ एकत्र, जिंदगी की उधड़न को फिर रफू करूँगा। थोड़ा सब्र कर अभी सफर में हूँ दोस्त, मंजिल पर पहुंचकर तुझसे गुफ्तगू करूँगा। #शून्य© #अविनाश #जिंदगी #सफर #रफू #धागे #गुफ्तगू #सब्र