जिसे लाजवाब समझे सर आंखों पर बिठाया, वो बेजवाब लगते, फिर बेजबान कह दूं, तो ज्यादा नहीं होना, वो जो थे बेमिसाल, होठों पे रखे सवाल, सूरत है - सुनना चाहे , अनचाहे भी न , मनचाहे - बातें करे मनमानी, मनमर्जी का वो मालिक, लो जी, जवाब पकड़े - थे कहके लाजवाब, हैं जो बेजवाब या, देना न चाहें जवाब, तो झेलो हंसी -हंसी - दिल की लगी,दिल्लगी ! ©BANDHETIYA OFFICIAL #बेजुबान बेजवाब ! #Tea